खरोंच

अरसे बाद वह सामने आए मुसकराए, बात की, जैसे कभी कुछ हुआ ही नहीं बुत बने हम देखते रह गए, साँस भी न ले पाए…

रिश्ते

जिन्हें हम याद करना नहीं चाहते उन्हे ही भुला नहीं पाते जो पल भूल गए हैं उनका अहसास भुला नहीं पाते၊ आँसू जो अब तक…

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