चल कोई ख़्वाब निचोड़ा जाये
कब तलक ख़ुद को समेटा जाये, चल कोई ख़्वाब निचोड़ा जाये… कोई आया नहीं अपना हमारे कारवां में चलो आज कोई पराया जोड़ा जाये.. जिंदगी…
कब तलक ख़ुद को समेटा जाये, चल कोई ख़्वाब निचोड़ा जाये… कोई आया नहीं अपना हमारे कारवां में चलो आज कोई पराया जोड़ा जाये.. जिंदगी…
कभी गांव की मिट्टी की भीनी खुशबू से भरी थी जिंदगी आज कल शहर की धूल में लिपटी पड़ी रहती है|
तकदीर की क्या खूबी है, मेहनत करने वाले नंगे बैठे है काले धन वाले मोटे लिहाफ़ कम्मल लपेटे है
Let the wind come on your face, Let the challenges flow to your ways, Make your life worth living Let the real life begin in…
तालीम नहीं मिली कभी, ना इल्म था हमें कभी बस इक तसव्वुर था, जो ज़हन मे घुल गया कभी शिरकत किया करते थे, हम महफिल…
रुका रुका सा लगता है वक्त जब से वो गये है सब थम सा गया है बहते थे अश्क आंखो से अब लगता है वो…
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