बैडमिंजाज़ी
रिश्तों मे जब तक बदमिंजाज़ी हो झगड़े हो उम्मीद अभी भी बाकी है और अगर सन्नाटे सा छा जाए तोह मौत हो चुकी है कब…
रिश्तों मे जब तक बदमिंजाज़ी हो झगड़े हो उम्मीद अभी भी बाकी है और अगर सन्नाटे सा छा जाए तोह मौत हो चुकी है कब…
उस तक बात नहीं पहुँचती आजकल ब्लॉक है सब जगह बात हुए अरसा हो गया कभी कभी देखता हु सपनो मे वही मेरा औकात है…
सोचता था तूने मुझे छोड़ दिया पर पीछे मुड़ा तो साया तेरा ही था हम टूटे थे उस वक्त जरूर पर खुद्दारी से लड़कर सफल…
जब तक तारों मे नहीं मै हू यही बस तेरी आस ही है जिनकी चिंगारी जिंदा रखे हुए है रेत मे पैरों के निशान जो…
जीने के लिए लड़ना पड़ता है साहब भूख से रोटी पाने से अपने नीची जाती का होने से अपना तोह जन्म से ही तुम्हे जात…
दिल टूटा है मगर याद धुंधला नहीं अगर तो क्या करे लोग छोर ऐ है मगर हम अकेले है अगर तो क्या करे खुदा तेरी…
सोचो कभी तुमसे मुलाकात हुई तो आमने सामने तुम और मै इतने अभिमान कितने शर्म सोचो कभी तुमसे मुलाकात हुई तो और तुम किसी और…
बारिश की यह बूंदे बस गिरे जा रही हैं दिल के आग को सीए जा रही हैं रो हम रहे हैं यहां पढ़ सभी अनजान…
सर्द इस मौसम मे बस जिए जा रहे हैं दामन मे बस सफा है इसी का घुमान किया तो तुम घमंड समझ लिए तू पाक…
Thousand miles apart Thinking about the same love Which we shared The time we spent together The places we went Still, memories are fresh Hope…
बारिश के बूंदों से याद आती हैं वोह सौंधी सी खुश्बू जो मन को भाती थी वोह गली वोह नुक्कड़ जिनमे ख्वाब देखा था जेब…
तुमने कहा की मुसलमान गलत है हमने मान लिया तुमने कहा लॉकडाउन मे घर वापसी कर रहे मज़दूर गलत है कोरोना संक्रमण का कारण है…
जो हल जोते, फसल उगाए उसे उसकी कीमत नहीं मिलती। जो मजदुर उत्पाद बनाए उसे उसकी कीमत नहीं मिलती। भूख और लाचारी का ऐसा आलम…
बात एक शायर की करता हू जिसे अपनों ने ठुकराया वफ़ा की साजिस देखो बेवफाए मोहब्बत ने ज़िन्दगी की सबसे बड़े सच से वाकिफ बनाया…
सोचता था हक़ से मांग सकता हू तुझसे कुछ भी देखा तोह वोह हक़ तूने कब किसी और को दे दिया जिस नाम को तबीर…
बात शायद कम कीमत वाली की है हर चीज़ को दौलत से जो देखती हो पर प्यार सौ टाका तुमसे ही किया था
थक चुका हू माँ मुझे सोने दे इस झूठे दुनिया से पक चुका हू मुझे अपने साथ ले ले स्वार्थ से चलते लोग मुखौटे पहने…
वो पुरानी गिटार पुरानी बाइक वो गली वो नुक्कर वो चौबारे वो बेहतर ज़िन्दगी बनाने के सपने कोई छीन नहीं सकता वोह जज़्बा आगे आने…
I still go to the place where we met Blocked in facebook whatsup but Still hopes for the best You have moved on But still…
सतत संग्राम ज़िन्दगी का अंग बन गए है मज़दूर हू मजबूर नहीं लॉकडाउन का बहाना दे के तुमने मेरी नौकरी छीनी भूखे हम है तोह…
दिल टूटे तोह कह दो साथ छूटे तोह कह दो कहना जरुरी है हमने ख़ामोशी मे रिश्तों को दम घुटते देखा है
मेरे ख्वाब ही शायद ठीक है और ना जगा खुदगर्ज़ इस दुनिया की फिदरत देखो सोचा कभी बदलेंगे दुनिया पर हर घड़ी यह बदलता है…
इबादत है तू मेरे सांसों में समाई खो ना जाना रूठ ना जाना सह ना पाऊँगा ज़िन्दगी में जिस चीज़ को चाहा है वो दूर…
लिबास की तरह बदलती तेरी फिदरत सब जानते हुए भी भूल ना पाए.. रूह मे बस चुकी थी तू
How do you feel When left in cold Broken promises Broken heart People say it’s nothing serious They had it worse No one listens They…
Your that look is searching still Where are u how are u Still questions are unanswered Take care was your last word I have done…
कभी अकेला महसूस हो तोह शायरों की बसती जाओ जनाब किसी का प्यार पूरा नहीं पर बात वह मोह्बत की करते है जिनके प्यार को…
अजीब है यह दुनिया जिनोंहने बात बैर की की, लोगों को बाटने की की बात वह राम राज्य की करते है जिनके बिरियानी खा कर…
रोज़ 9 बजे से 5 की ड्यूटी फिर ओवरटाइम बचता इतना सा समय जब लिखता हूँ फिर आया लॉक डाउन जब घर मे बंद काम…
जन्नत क्या है तोज़क क्या है क्या पता रब्बा तेरे साथ ने दोनों से ही वाकिफ किया किस्मत का क्या खेल है मिलना था हमने…
मालिक मेरे ततू मुझे शरण दे बहुत थक चुका हू मै अब ना ढोया जाए ये बैरी दुनिया लब पर आए ना कोई नाम बस…
तुम और हम एक ना हो पाए इसका कोई मलाल नहीं चलो एक तजुर्बा तोह हुआ जिंदगी साथ नहीं ना सही यादों का पिटारा तोह…
जो मिला नहीं वह कभी तेरे लिए बना नहीं उसी की चाहत मे क्यों जिए जाता है जो तेरे पास है उसी मे खुश रहना…
तेरे तस्वीर को देखे अरसा हो गया इस तपते रेगिस्तान मे पानी गिरने पर भी तरसा रह गया तेरे बिना बारिश की बूदे बेगाना सा…
ज़िन्दगी के कुछ पल बदलना चाहता हू काश रोक लिया होता तुम्हे तोह हालत कुछ और होते मुहब्बत तुम्हारे सपनो के आगे बहुत छोटी थी…
इस बार की दुर्गा पूजा फीकी सी होंगी ना भव्य पंडाल होंगे ना भीड़ ना खाने के स्टाल्स होंगे ना पुलिस की बार्रिकडिंग इस बार…
कितनी बार लिखता और फिर फेक देता कागज़ का टुकड़ा तुझे लिखते समय खुदा भी लिख कर मेरे लिए तुझे, फेख दिया होगा टुकड़ा कही
चर्चे मेरे तुझे मिलते होंगे पर मैं ना मिलता तूने शोरत को चाहा था और मैंने खुदाई तुझ मे
तेरे शहर मे शोर बहुत है कोई अपना नहीं मेरे गाओं मे लोग कम है पर सब आपने है
Thousand miles apart Thinking about the same love which we shared The time we spent together The places we went Still memories are fresh Hope…
आज बात तोह होती नहीं एक अहसास सा ढोये जा रहा हुँ शायद मेरे जनाज़े के साथ यह मिटेगा
खामोश हम भी थे तुम भी थे और यह ख़ामोशी रिश्ते को खत्म कर गई दोनों एक दूसरे के लिए तड़पते रहे पर यह ख़ामोशी…
यह शहर अनजान सा लगने लगा है तू नहीं तोह बेगाना सा लगने लगा है वह चाय की टपरी वह गालिया आज भी भरे है…
ख़्वाबों का क्या है आ ही जाते हो तुम बेशक़ रातों को जगा जाते हो तुम वह प्यार ही क्या जिसमे तड़प ना हो वह…
एक तरफ़ा प्यार हो गए हम तेरी यादों से खो गए हम आज हो गई हैं ऑंखें नम ख्वाब मे फिर से रोते है हम…
ढूंढता हु आज भी सुकून के कुछ पल बचपन की यादों को टटोल के देखा तोह जी चूका हु वह पल मानता हु पैसे नहीं…
ए वतन ए वतन तेरी सरफ़रोशी मे खो जाए मेरा तन बदन ए वतन ए वतन तेरी परस्तिश मे जी जाऊ मै सारा जीवन वैसे…
इल्म भी नहीं हुआ तेरे जाने का आज भी कही बसती हो मेरे दिल मे इन बारिस की शामों मे अक्सर याद आती हो हा…
तुम जो पूछते हो और सब ठीक ठाक अपनी तकलीफे गिनाऊ तोह क्या सच मे सुनोगे नहीं ना, तोह क्यों पूछते हो
हर शायर के पीछे के दर्द को समझो ज़माने ने उसे नहीं समझा और तुम अल्फ़ाज़ों मे बहक जाते हो
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