Antariksha Saha
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राही अंजाना wrote a new post, पंछी 21 hours, 12 minutes ago
भटकते फिर रहे हैं जंगलों में शांति के पंछी,
इन्हें दो आसरा मत व्यर्थ में बातें बनाओ तुम,सरकते जा रहे इन पेड़ों के घरोंदों से ये पंछी,
इन्हें दो सहारा मत अर्थ की रातेँ बनाओ तुम,हो चुकी कैद ऐ बा-म […]
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राही अंजाना wrote a new post, पतंगा 1 day, 21 hours ago
पतंगे को दीपक की आहोशी में जाकर अच्छा लगा,
ज़िन्दगी को मौत की मदहोशी में आकर अच्छा लगा,बन्द रही थी सर्द रातों में कहीं वीराने में जो मोहब्बत,
आज खुलेआम उसे गर्मजोशी में आकर अच्छा लगा,टोकते रहे सभी मेर […]
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राही अंजाना wrote a new post, हमसफ़र 2 days, 2 hours ago
बस यूँही हम मिले और मिलते रहे,
थे कली फिर भी फूलों से खिलते रहे,रिश्ते जितने ही हमसे उलझते रहे,
उतना ही प्रेम में हम सुलझते रहे,रोका हमको बहुत हम रुके ही नहीं,
हम तुम्हे हमसफ़र अपना बुनते रहे, […] -
राही अंजाना wrote a new post, तिरंगा 2 days, 2 hours ago
अपनी हथेली पर शहीदों के नाम की मेंहदी रचाता रहा हूँ मैं,
खुद ही के रंग में शहादत का रंग मिलाता रहा हूँ मैं,हार कर सिमट जाते हैं जहाँ हौंसले सभी के,
वहीं हर मौसम में सरहद पर लहराता रहा हूँ मैं,सो […]
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राही अंजाना wrote a new post, माँ के लाल 2 days, 2 hours ago
एक माँ की गोद में एक माँ के लाल आ गए,
दोनों ही माँ की आँखों में आसूँ हाल आ गए,रंग माथे दुरंगा लगा कर ख़ुशी से भेजा जिन्हें,
वो लिपटकर तिरंगे में आज बदली चाल आ गए,सरहद पे रहे हथेली पर सांसों का द […]
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देवेश साखरे 'देव'‘s profile was updated 3 days, 21 hours ago
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देवेश साखरे 'देव' wrote a new post, कायरता 4 days, 1 hour ago
“पुलवामा शहीदों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली”
पीठ पे वार करना, तुम्हारी पुरानी कुनीति है।
आमने – सामने की रण, तुमने कब जीती है।कायरता के प्रमाण से तुम्हारे, अनभिज्ञ नहीं,
पराजय की, सदैव तुम्हारे […] -
राही अंजाना wrote a new post, सच की दीवार 4 days, 12 hours ago
सच की दीवारों पर झूठ की तस्वीरें दिखाई गईं,
जब भी सर उठाया तो बस शमशीरें दिखाई गई,बैठा ही रहा मैं भी शहंशाहों सा चौकड़ी लगाकर,
एक के बाद एक मुझे सबकी तकदीरें दिखाई गईं।।राही अंजाना
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राही अंजाना wrote a new post, साया 1 week ago
तुम अपना न सही तो पराया ही कह दो,
के मुझे झूठे मुँह अपना साया ही कह दो,इससे पहले के बन्द हो न जाएँ ये आँखे,
था मुझे तुमने दिल में बसाया ही कह दो,न किसी ख्वाब न किसी रात में हम मिले,
पर ढाई अक्षर तुम्ह […] -
राही अंजाना wrote a new post, सांसों की आवाज़ 1 week, 3 days ago
सांसों की आवाज़ एक दूजे को सुनाई जाती है,
होटों पर अक्सर ही ख़ामोशी दिखाई जाती है,एक चेहरे पर एक चेहरा कुछ इस कदर चढ़ता है,
के जिस्म पर जैसे किसी कोई रूह चढ़ाई जाती है,किसमे कौन कहाँ कैसे सम […]
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देवेश साखरे 'देव' wrote a new post, पहचानी सी है 1 week, 3 days ago
फिज़ा में खुशबू, पहचानी सी है।
छिपी कहां, मुझमें तू सानी सी है।ढूंढे उसे जो खुद से अलग हो ,
मैं जिस्म और तू रूहानी सी है।सूखी, बंजर जिंदगानी थी पहले,
मैं तपता सहरा, तू नीसानी सी है।तेरे बगै […]
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Narendra Singh wrote a new post, विचार 1 week, 6 days ago
तुम बॉलिवुड अभिनेत्री सी, मैं भागलपुर का अभियंता।
तुम भरी विद्वता की चर्चा, मैं चुटकुलों का सन्ता बन्ता।
तुम झांसी की रानी जैसी, मैं धरने पर बैठी ममता।
तुम कॉर्पोरेट की लीडर, मैं जनधन खाते की निर्धनता। -
ashmita and
Mustafa Nicobarwala are now friends 2 weeks, 4 days ago
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देवेश साखरे 'देव' wrote a new post, दौलत 2 weeks, 4 days ago
कोई ज़मीं बेचता, कोई आसमां बेचता ।
दौलत के नशे में चूर, ये ज़हां बेचता ।कब परवान चढ़ा, मोहब्बत मुफ्लिशी का,
दौलत मोहब्बत का है, आशीयां बेचता ।दर-दर की ठोकरें, मुफ्लिशी के हालात,
दौलत की खातिर इंसां, […] -
Mithilesh Rai wrote a new post, मुक्तक 2 weeks, 5 days ago
होते ही सुबह तेरी तस्वीर से मिलता हूँ।
अपनी तमन्नाओं की ज़ागीर से मिलता हूँ।
नज़रों को घेर लेता है यादों का समन्दर-
चाहत की लिपटी हुई जंजीर से मिलता हूँ।मुक्तककार- #मिथिलेश_राय
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ashmita and
देवी are now friends 2 weeks, 5 days ago
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Mithilesh Rai wrote a new post, मुक्तक 3 weeks, 2 days ago
आज फ़िर हाथों में जाम लिए बैठा हूँ।
तेरे दर्द का पैगाम लिए बैठा हूँ।
वस्ल की निगाहों में ठहरी हैं यादें-
आज फ़िर फुरक़त की शाम लिए बैठा हूँ।मुक्तककार- #मिथिलेश_राय
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राही अंजाना wrote a new post, तिरंगा 3 weeks, 3 days ago
अपनी हथेली पर शहीदों के नाम की मेंहदी रचाता रहा हूँ मैं,
खुद ही के रंग में शहादत का रंग मिलाता रहा हूँ मैं,हार कर सिमट जाते हैं जहाँ हौंसले सभी के,
वहीं हर मौसम में सरहद पर लहराता रहा हूँ मैं,सो […]
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राही अंजाना wrote a new post, आवाज़ 3 weeks, 3 days ago
के शायद मुझको ही मेरी बात कहनी नहीं आती,
के इस दिल से कोई आवाज़ ज़हनी नहीं आती,गुजरता है ये दिन मेरा यूँहीं ख्वाबों ख्यालों में,
मगर सच है के मुझसे रात ही सहनी नहीं आती,जो मेरे साथ रहते […]
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देवेश साखरे 'देव' wrote a new post, तिरंगा महान 3 weeks, 3 days ago
ना होली-दिवाली ना ईद रमजान।
एक ही जश्न हिफाजत-ए-हिंदुस्तान।
गर हो जाऊं शहीद सरहद पे ‘देव’,
पहना देना बतौर कफन तिरंगा-महान।गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
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