उपहार

सब धर्मो का सार है, दया, त्याग, उपकार मानव जो रक्षा करे, ये तीनो उपहार 2 सत्य, अहिंसा, ग्यान, है, आवश्यक अति जान अपना कर…

सुझाव

आप लोगो से अनुरोध है की सावन मंच एक बार सभी कवियों का परिचय समारोह का आयोजन करे ताकि सभी सदस्य एक दुसरे के बारे…

रोला छंद

कब से है बेकार, कोरोना पंगु बनाया कुछ करिए सरकार, बहुत है मन घबराया भगवन के भी द्वार, किसीने बंद कराया व्याकुल है संसार, घरो…

सोरठा छंद

अब जैसे असहाय, कभी नहीं पहले हुए कोई लेव बचाय, कोरोना यमराज से 2 उजड़ रहे परिवार, कहाँ गए भगवान् तुम रोता है संसार, वैग्यानिक…

कोरोना

शरीर है कैद मन भटक रहा है कोरोना मानवता को गटक रहा है अस्पतालों में मानव शिर पटक रहा है गलियों मे पुलिस वाले कहां…

मानवता

मानव ही दानव बने, औ बनता भगवान् मानव तन अनमोल है, मानवता है प्राण मानवता है प्राण, धार्मिक झगड़े छोडो ईश्वर सागर मान, नदी अवतार…

बेकारी

बेकारी उत्पन्न हो, जब जनसंख्या बुद्धि सीमित संसाधन नहीं, सबको सुख समृद्धि सबको सुख समृद्धि, स्ववलंबी बन जाओ कर दो लज्जा त्याग, नहीं बेकार कहाओ…

बरसात

गर्मी ऋतु के बाद मे, आती है बरसात धरती उगती घास औ, तरु में आते पात तरु में आते पात, दामिनी चहुँ दिश चमके गिरती…

हाथ से

क्या छिपा रही हो हाथ से, क्या देख रही हो आख से, लग रहा जुखाम हुई आपको जो नाक पोछ रही हो हाथ से, ———…

हाथ से

क्या छिपा रही हो हाथ से, क्या देख रही हो आख से, लग रहा जुखाम हुई आपको जो नाक पोछ रही हो हाथ से, ———…

व्यंग्य

व्यंग्य —————— लड़कीया खुबसूरत होती है, लड़के गरीब अमीर होते है, लड़कीयो की संपत्ति सुंदरता है लड़कों की खूबसूरती पैसा है, इसलिए विचार करो लड़कों…

नई वेबसाइट के शुभारंभ पर सावन मंच का आभार

काव्य की शोभा बढ़ाने को सावन ने लिया नया अवतार, हमेशा नई ऊंचाइयां छूता रहे हमारा सावन परिवार, ह्र्दय से करती अभिनंदन,सबका व्यक्त करती आभार,…

कोरोना

धरती के चारो ओर सन्नाटा छाया हुआ है सावधान सम्हालकार कोरोना आया हुआ है घर में भी लगाते रहे मास्क साइनएटाजर मुह दिखाने लायक नहीं…

जमाना

बीत गया है ख़ुशी और गम बांटने का जमाना पागलपन है अकेले ही हंसना रोना गुनगुनाना काटते हैं ये जब इन्हें बांटते नहीं हैं कितना…

New Report

Close