ರವಿಗೊಂದು ಕವಿಯ ಕರೆ

ಓ ಮೂಡಣದವನೆ ,ಬಂದು ನೋಡು ಈ ಧರೆಗೆ. ಸಸ್ಯಶಾಮಲೆಯಾದ ಸುಂದರ ಭೂಮಿಯ ನೋಡು ।। ಜುಳು ಜುಳು ನಾದವ ಮೀಟುತ ಜೇಂಕಾರ ನುಡಿಸಿರುವ ಕಾವೇರಿಯ ನೋಡು ।। ಹನಿ ಹನಿಯ ಹಬ್ಬಕ್ಕೆ ನಲಿದು ನರ್ತಿಸುವ  ನವಿಲನ್ನು…

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लेख जिस तरह से एक शिकारी जाल फैलाता है और उसके जाल में शिकार खुद व खुद आकर फंस जाता है, उसी तरह कलयुग के…

एक नजारा

ट्रेन के डस्टबिन के पास मैले -कुचेले फटेहाल वस्त्रों से अपना तन ढकती, गोद में स्केलेटन सा बिलखता बच्चा थामे, डालती है अपना हाथ डस्टबिन…

इश्क और भूगोल

प्रशांत महासागर सी अनंत विस्तार लिए हुए तुम्हारे इश्क़ में मेरियाना ट्रेंच सी गहराई महसूस होती है । एवरेस्ट की ऊँचाई जैसी हमारी आकांक्षाओं को…

rapp

Dress teri short kudi tu hot Lagti Punjaban tujhe iska hiii Rob Sexy teri chal swag Tera baimisal Chati firti baby hot ness ki Dukan Baby jadha…

khwaishe

ख्वाइशें भी हैं और कुब्बत भी है छू लेने की बुलंदियां , मगर, रौंदने का दूसरों को हुनर मैं कहाँ से लाऊँ, जो हर कदम…

मुक्तक

पुकारा तो नहीं लेकिन जुबां पर नाम तो आया ।। सकूँ दिल को नहीं आया मगर आराम तो आया ।। किसी को मिल गया मौका…

मुक्तक

न मैं तुलसी जैसा हूँ ,और न मैं खुसरो जैसा हूँ, मेरी कल्पना अपनी है ,सच नहीं दुसरो जैसा हूँ । हम सभी एक ही…

I want to say something….

ચિંતન મનન કરતા કરતા મારે કંઈક કહેવું છે, ખબર નથી શું? પણ છતાં મારે કંઈક કહેવું છે. જીવન છે ટૂંકું, રસ્તો છે લાંબો, છતાં મારે…

दोहे

“कुछ दोहे” गुरु की महिमा का हरि करते है गुंणगान | श्रेष्ठ न गुरू से है कोई बता दिये भगवान || नित्य श्रद्धा से लीजिए…

कविता

……..दर्शन……. यह अति नूतन दर्शन है पावन यह परिवर्तन है | सर्वोत्तम ज्ञान का दर्पण है दिव्य दान यह धन है || इसका उत्थान इसी…

कविता

सो रहा कई रातों का जगा तुम आज मुझे जगाना मत | शब्दों के घाव बड़े मतिहीन उर को मेरे पहुँचाना मत || होती रिश्तों…

सूकून

बच्चे झगड़ रहे थे मोहल्ले के जाने किस बात पर, सूकून इस बात का था न मंदिर का ज़िक्र था न मस्जिद का |

जीवन पथ

नीर बन जो बह रही धरा पर, थी वह पर्वत की शिरमौर्य कभी, आज तपन बाधाएँ निज पग में, सह रही जो,था उसके जीवन में,…

मुक्तक

तेरी मुलाकात मुझे अब याद नहीं है! अश्क की बरसात मुझे अब याद नहीं है! रफ्ता-रफ्ता गुजर रही है जिन्दगी मगर, दर्द़ की सौगात मुझे…

dhoka

Dhoka krne vale mat kr dhokha Nhi tou tujhe bhi kisi moke per dhokha milega Us din ek dhoke baj dusre dhokhe baj SE dhoka milega Ye is duniya ka hai dastor jaisa krogye vaisa bHarogye Aj tum krogye tou kal tum bharogye Dhoka de kr kya jeet loge Kuch ache insano ka usne jayda SE jayda haq chin logye Upar vale ki nigao  SE kaise bacho oo khud ko Kya Issi dhokha dhadhi k bazar pe baich paogye khud KO ByRLvgahlot  

dhoka

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mohobat

Mohobat mai unki aisa alam tha Na din ka pta na rat ka dhikana tha×2 Chur the hum unki yado mai Or lafjo per unka hiii afsana tha Ger bna kr ek pal mai chodh gyi Is masom dil KO tode gyi Ye kissa hiii bewafao ka Purana that By RLvgahlot  

यपूर्व की हवाएँ

  पूर्व की हवाएँ जब भी बदलता है मौसम वसंत के बादऔर ग्रीष्म के पहले का लंबा अंतराल तो सूर्य के विरुद्ध जा कर पुरबवैयाँ…

मुक्तक

तेरी लहर मिल गयी है यादों की फिर से! तस्वीर मिल गयी है इरादों की फिर से! डूबी है फिर जिन्दगी तेरे अफसानों में, जागीर…

मुक्तक

मुझे तुम किसलिए जगाते हो यूँ रातों में? नींद आती नहीं ख्वाहिश-ए-मुलाकातों में! लिपट गयी हैं हसरतें यादों से इसतरह, जिन्दगी मदहोश है तेरे ख्यालातों…

दोस्त

तेरे होने ना होने के बीच मेरी आँखें पिस रही है़ं॥ रह रह के रिस रही हैं दिन रात घिस रही हैं॥

मेरी चिरइया

मेरी चिरइया मेरी चिरईया कुंदति फांदती , कब बड़ी हो गई मुझे पता ही नहीं चला ठुमक ठुमक के चलने वाली कब पैरों पर चलने…

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