ख़ुद पर यक़ीन नहीं रहा आज से।
ख़ुद पर यक़ीन नहीं रहा आज से। अब धोख़ा ही मिला इस अंदाज़ से।। @@@@RK@@@@
ख़ुद पर यक़ीन नहीं रहा आज से। अब धोख़ा ही मिला इस अंदाज़ से।। @@@@RK@@@@
सच है की इक उम्र से चल रहा हूँ मैं। पता नहीं कब से यूँ ही जल रहा हूँ मैं।। , तुमसे मिलने की ख्वाहिशें…
मेरी ज़िंदगी का मैं ही हिस्सा नहीं था। मुझे भूल जाओ मैं कोई किस्सा नहीं था।। , मुझ पर इलजाम लगाकर के जाने वाला। क्या…
जिंदगी हौंसला जब टूटकर चूर हो जाए। शख़्स कैसे न यहाँ कोई मजबूर हो जाए।। ‘ जिंदा रहूँगा आखिर कब तक इस दुनिया में। जब…
वक्त आया तो तुमको भी जान लिया मैंने। झूठ पे झूठ झूठ पे झूठ चलो मान लिया मैंने।। @@@@RK@@@@
जो रूठा ही नहीं है उसे मनाये कैसे। तुम्हें जिंदगी लिखा था मिटाए कैसे।। @@@@RK@@@@
आँखों से छलक जाएं वो आँसू नही है हम। मगर ऐसा भी नहीं है की रोएँ नहीं है हम।। @@@@RK@@@@
दरिया को हमेशा समंदर की चाहत है। नर्म लहज़ा नर्म बातें समझों सियासत है। , मेरी जिंदगी की दुआ करने वालों शक्रिया। मुझे तो हर…
जिंदगी जिंदगी जिंदगी जिंदगी। बेबसी बेबसी बेबसी बेबसी।। , ख्वाहिशे ख्वाहिशें ख्वाहिशे ख्वाहिशे। कुछ नहीं कुछ नहीं कुछ नहीं कुछ नहीं।। , काफिले काफिले काफिले…
आखिर आग से खेलकर अंजाम क्या हुआ। हम तो जले है पर तुम्हारा मकान क्या हुआ।। @@@@RK@@@@
सजायाफ्ता हूँ मैं उस जुर्म का साहिल। जिसे किया किसी ने और जिया किसी ने।।
इक दास्ताँ अधूरी तुमको सुनायें कैसे। गिरती हुई दीवारे फिर से उठाए कैसे।। , जैसे पढ़ी थी दुनिया वैसी नहीं हक़ीक़त। सच जो है मैंने…
ये बात मेरे भी जहन में है। की जेब कहा कफ़न में हैं।। @@@@RK@@@@
बेवफ़ाई समझी नहीं वफ़ा वफ़ा करने लगे। जरा सी चोट खाई नही दवा दवा करने लगे।। , नासमझ हो तुमने काँटे है जंगल पे जंगल।…
हल्की हल्की सी हवा जो ये बह रही है। न जानें क्या है जो ये मुझसे कह रही है।। , तन्हाइयों को देखा है मैंने…
जब जब मैं बेबाक हुआ हूँ। तब तब मैं मजाक हुआ हूँ।। , बेगुनाह होके सज़ा काटी है मैंने। तब जाके कही इंसाफ हुआ हूँ।।…
मोहब्बत के बदलें मोहब्बत नहीं है। हक़ीक़त के बदले हक़ीक़त नहीं है।। , बहुत मर्तबा हम भी उलझें थे भँवर में। पहले सी अपनी अब…
मेरी ये जिंदगी सारी वतन के नाम लिख देना। कि है जिनकी वजह से हम उन्हें सम्मान लिख देना।। , मैं कुछ भी हूँ नहीं…
ख़ुद को तेरे नाम पे करने से पहले। जिंदा तो हम भी थे मरने से पहले।। , ये क्या जरा सी हवा हिला गई हमें।…
खुद को ही खुद से मैंने जुदा कर दिया। इक इंसान था जिसे हमने खुदा कर दिया।। , मुक़म्मल होने में लगे थे हमको कई…
तुमसे दूर होकर भी ज़िन्दा हूँ मैं। बस इतनी सी बात पे शर्मिंदा हूँ मैं।। , ख़्वाहिशों की दुनियां में जाना तो था। पर जो…
जब कभी भी तुमको पुकारा है हमने। बस इक मीठे से दर्द को उभारा है हमने।। , सूनसान राहों पर हुई हो जो कोई आहट।…
जब जब तेरी याद आई है, मैंने खुद को समझाया है।। बीते जीवन के लमहो में, तुमको ही बस पाया है। रह गया अकेला इस…
बहते ही रहते है हम हवाओं की तरह। मगर बदलेंगे नही कभी अदाओं की तरह।। , कल अचानक ही मौसम बदल गया था ऐसे। जैसे…
इक शाम हूँ ख़मोशी की आवाज हूँ मैं। मैं इक समंदर हूँ समझो बेहिसाब हूँ मैं।। ‘ सुनो उम्र भर मुझसे रूठकर रहने वाले। कहते…
दर्द ऐसे भी अपने कोई संभाला करता है। जैसे चराग जलता है मगर उजाला करता हैं।। ‘ सफर करने निकले थे कुछ रोशनी को लेकर।…
जिंदगी में यहा सबका कोई हमदर्द नहीं होता! गमों से कहना हो कह दो हमें अब दर्द नहीं होता!! ‘ की मौसम भी बदला है…
भूखे थे बच्चे दो दिनों से नींद कैसे आती। माँ के पास कहानियों के सिवा कुछ न था। @@@@RK@@@@
ज़िन्दगी से क्या कहे आसान हो जाओ। खामियां खुद में है साहिल क़बूल करते है।। @@@@RK@@@@
खुद को उम्र भर अख़बार किया मैंने। और वहम भी है की शायरी करते है।। @@@@RK@@@
सच में अगर हमकों अपना मानते हो तुम। फिर क्या कहे हाल ए दिल तो जानते हो तुम।। @@@@RK@@@@
मासूम चेहरे जो कभी,गुनाह नहीं करते। हम यूँ जाग के रातो को,सुबह नही करते।। , हममें है लाख कमियां,चलो हम मानते है। पर दिल से…
चाँद जमीन पर कभी उतरता है क्या?? बिन तपे कभी सोना निखरता है क्या?? ‘ हम कहेंगे हजार बार फरेबी को फरेबी। सच लिखने से…
हज़ार दवा है बस इक बुख़ार के लिए। अब दुआ ही करो इस बीमार के लिए।। , हम ख़ुशी से रहते है मौसम चाहें जो…
किस वज़ह से मिली है ये तन्हाई हमको। दिखतीं ही नहीं है ख़ुद की परछाईं हमकों।। , सदियों पहले किसी ने पुकारा था हमें भी।…
इल्तज़ा क्या करे कुछ न बाकी रहा। न वो महफिल रही न वो साथी रहा।। ‘ इस क़द्र जिंदगी भी खफा हो गई। साँसे चलती…
खुद को ही खुद में उलझा लिया मैंने। मुझे वहम था ,तुझे सुलझा लिया मैंने।। , दूर तलक देखा सब अँधेरा ही अँधेरा था। फिर…
कहाँ किसी को समझ आऊँगा मैं। बस इक लम्हा हूँ गुजर जाऊंगा मैं।। ‘ तूफानों अब के दम भर के मिलना। तिनका नही हूँ जो…
जख़्म दे रहे है ,दवा देने वाले। गुनाह कर रहे है,सजा देने वाले।। , चिरागों की हस्ती,मिटती नहीं है। सुन लो तुफानो को,पता देने वाले।।…
ढूंढ रहे है जिंदगी जीने की वजह कोई। तुम्हारी यादें न हो है ऐसी जगह कोई।। , हक़ीक़त बयान करना अगर जुर्म है गर। फिर…
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