Author: Kislay
रंग
बेवजह शिकायते छोड़ दे आ जा रंग मौसम से मांग के आ जा अब के होली में अपने घर आ जा कुदरत ने कितने रंग…
Gulabi sa din
please read and makes comments
Dilo jajbaat per nazar rakhiye
दिलो ज्जबात पर नजर रखिये गुमशुदा कुछ ना हो ये खबर रखिये दिल ना टूटे ज्जबात भी नहीं चटके दिल की दहलीज पर यूँ नजर…
phakat si baat hai yara
फकत सी बात हैं यारा ये आँखे बोल देती हैं छूपाना चाहता हैं तु मगर ये राजे खोल देती हैं पुरानी यादो के वो मंझर…