Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Related Articles
आँगन खुन्दी लो सांवरो,,,
आँगन खुन्दी लो सांवरो,,, जीवन संवार दो हमरी,,,, चरणों की रज बनायी के कर दो कृपा एक आंखरी आँगन खुन्दी लो सांवरो ,,,, जीवन संवार…
कृष्ण दीवानी
तोसे प्रीत लगाई कान्हा रे! जोगन बन आई कान्हा रे। तोसे प्रीत लगाई कान्हा रे। १. लाख विनती कर हारी, राधा तेरी दीवानी, तेरे दरस…
मैं हूँ नीर
मैं हूँ नीर, आज की समस्या गंभीर मैं सुनाने को अपनी मनोवेदना हूँ बहुत अधीर , मैं हूँ नीर जब मैं निकली श्री शिव की…
भोजपुरी होली 9 – कारी केसिया के झार |
भोजपुरी होली 9 – कारी केसिया के झार | बहे लागल फागुनी बयार | मह मह महके अमवा मोजरवा | छन छन छनके महुआ के…
भोजपुरी पारंपरिक होली 4-कान्हा संग होली
भोजपुरी पारंपरिक होली 4-कान्हा संग होली सखी खेलब ना कान्हा संग होरी | हरदम करे उ बलजोरी | जब हम जाई जमुना किनरवा | देले…
Waah