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Mithilesh Rai
Lives in Varanasi, India
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यादों की करवट से लकीर सी बन जाती है! दिल में तरंगों की तस्वीर सी बन जाती है! जब भी आ जाता है सैलाब तमन्नाओं…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
चाहिए सब कुछ जुबाएँ ना साथ देती ।।
सब कुछ चाहिए जुबाएँ ना साथ देती, जब आती है रिश्ते शादी की जुबाएँ पर मिठास होती, देख अच्छे से ऐसी — वैसी बात होती–…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-8
शठ शकुनि से कुटिल मंत्रणा करके हरने को तैयार, दुर्योधन समझा था उनको एक अकेला नर लाचार। उसकी नजरों में ब्रज नंदन राज दंड के अधिकारी, भीष्म नहीं…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
Very nice sir
वाह
वाह बहुत सुंदर