मधुर जिंदगी

सभी मित्रों का
आत्माभिवादन
मीठे स्वरों में , मधुर जिंदगी मिल जाती है।
स्वरों की वसंती बहार में , जिंदगी खिल जाती है।।
दुख- दर्दों की लू -लपटों में जो झुलस जाएँ,
स्वरों की चिकित्सा उन सभी पर , ठंडक का लेप लगाती है।

प्यारे मित्रो ,
सपरिवार सहर्ष स्वरमयी सवेरे की
गुनगनाती मंगलकामनाएं स्वीकार करें।
आपका हर पल मंगलमय हो।

आपका अपना मित्र
जानकी प्रसाद विवश

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