Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Panna
Panna.....Ek Khayal...Pathraya Sa!
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नज़र ..
प्रेम होता दिलों से है फंसती नज़र , एक तुम्हारी नज़र , एक हमारी नज़र, जब तुम आई नज़र , जब मैं आया नज़र, फिर…
गायब हर मंजर मेरा
गायब हर मंजर मेरा ढूढ़े परिंदा घर मेरा जंगल में गुम फ़स्ल मेरी नदी में गुम पत्थर मेरा दुआ मेरी गुम सर सर में भंवर…
तेरा मेरे लिए होना
तेरा मेरे लिए होना, उतना जरूरी, जितना जरूरी , ज़हान को हवा पानी है, तू अंजाम है, मेरे इश्क का , तू सुकून है ,…
पाकर मंजिलों को ही मंजिलों की फितरत जानी
पाकर मंजिलों को ही मंजिलों की फितरत जानी फिर ना कभी मंज़िलो को पाने की हसरत जानी ….. यूई
रिश्तों के बाजार में अब तो नाते बिकते हैं ।
रिश्तों के बाजार में अब तो नाते बिकते हैं । मात-पिता को छोड़ अब वह सुत प्यारा, अब तो सास श्वसुर के पास रहते हैं…
वाह
Good