Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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bahut khoob
Dhanyawaad
very nice poetry…घुंगरू की छमछम
बजे कानों में हरदम
तेरी पायल भी बोले
हमसे कुछ कमकम…nice
Thanks
bhut hi badya rachna vijay ji. shubhkamnayein!
Shukriya
वाह बहुत सुंदर रचना ढेरों बधाइयां