“जाने दे!”
ღღ__महज़ एक लम्हा ही तो हूँ, गुज़र जाने दे;
इस तरह तू जिंदगी अपनी, संवर जाने दे!
.
ले चलें जिस डगर, दुश्वारियाँ मोहब्बत की;
मेरे महबूब अब मुझको, बस उधर जाने दे!
.
तुझे ठहरना है जिस ठौर, तू ठहर, जाने दे;
मुझे क़ुबूल है इश्क़ का, हर कहर, जाने दे!
.
तू बोलता रहा, और मैं सुनता रहा, खामोश;
मुझे भी कहना है बहुत कुछ, मगर जाने दे!
.
इससे पहले “अक्स”, तू अपना रास्ता बदले;
मैं ही मुड़ जाता हूँ, मेरे हमसफ़र, जाने दे!!….#अक्स
.
www.facebook.com/Akssssssssss/
Behtareen ankit ji…
bht-2 shukriya Sridhar ji…..
nice one
thanks a ton Deepa ji…_/\_
Good
वाह बहुत सुंदर