Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
anupriya sharma
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great..nice…awesome!
thanks sumit
Naa dekh saka koi chehra tera,
Aaj tere noor se hairaan hai 🙂
nice ankur
कोई भरोसा नहीं साँसों का ….
क्योकि हम तो यहाँ पल – दो – पल के मेहमान हैँ ..
nice friend..thanks
Most welcome ji…
nice..short and very sweet poem
thanks preeti..
nice
thanks
वाह