मैत्री

मैत्री म्हनजे गोड, निरागस, सुंदर, प्रेमल नातं, कधी हसवनारं तर कधी क्वचित रडवनारं…||ध्रू|| मैत्री म्हनजे जिव्हाला, एकमेकांबाबत मनात कलवला, मैत्री म्हनजे एक सुंदर जिव्हाल्याचा खेल, कधी चिडनारा तर कधी रुसनारा मजेशीर खेल…||1|| मैत्री म्हनजे सुंदर ताल, मैत्री म्हनजे दोस्तीची ढाल, मैत्री म्हनजे गोड सूर, मैत्री म्हनजे दोस्तीचा नूर…||2|| मैत्री म्हनजे चिंतन, मैत्री म्हनजे मनन,मैत्री म्हनजे गोड आठवन, मैत्री म्हनजे सुंदर स्वप्नांची साठवन…||3|| मैत्री म्हनजे जीवन, मैत्री म्हनजे मरन, मैत्री म्हनजे एक कोमल, मुलायम नातं, आयुश्यभर टिकनारं, कधीही न संपनारं…||4||

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जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Responses

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