मां

मां तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो
सुख-दुख, खुशी-गम हर परिस्थिति में थामें हाथ

बिन कुछ कहें ही समझती, मेरे दिल की हर बात

मां तुम मेरे लिए ईश सम्‍य हो ।।

धैर्य, संतोष व समय प्रबंधन जैसे

आत्‍म व जीवन प्रबंधन के गुणों से परिपूर्ण व्‍यक्तित्‍व

मां तुम तो हो मेरे सुखद भवितव्‍य का मूल प्रतिरुप,

मां तुम ही मेरी एकमात्र आदर्श हो ।।

तुम प्‍यार का सागर, तुम भावनाओं की निश्‍चल मूर्ती

तुमने ही मुझे सिखाया गिरकर संभलना, कभी हार न मानना,

अपने लक्ष्‍य की ओर बढते रहना,

मां तुम ही मेरी सबसे पहली गुरु हो ।।

जब जिंदगी ने किया दोराहे पर मुझे खडा

आत्‍मविश्‍वास डिगा, मैं लक्ष्‍य पथ से विमुख हो पीछे मुडा

तुमने मेरा हाथ थाम, मेरी आत्मिक शक्ति को जगाया

मां तुम ही मेरी सच्‍ची पथ प्रदर्शक हो ।।

जब अपने जीवन के महत्‍वपूर्ण निर्णय लेने में

पाता हूं खुद को लाचार

सही राह चुनने के लिए बस आता हैं मां का ही खयाल

मां तुम ही मेरी सच्‍ची सलाहकार हो ।।

जब दुनिया की मृगमरीचिका में खोकर

अपने दायित्‍वों,संस्‍कार व मूल्‍यों को बिसरा गया

तुमने मेरे अंतस को चेताकर, मानवीयता को जगाया

मां तुम ही मेरी आंतरिकशक्ति हो ।।

जब दुनिया की भीड में भी मैं तनहा था

बहुत मुश्किल काटना एक-एक लम्‍हा था

मां तुमने ही मेरे एकाकीपन को दूर किया

मां तुम ही मेरी सबसे अच्‍छी दोस्‍त हो ।।

मेरे जीवन की हर उपलब्धि का

श्रेय तुमको ही जाता हैं

तुम बिन जीवन की कल्‍पना करना भी मुझे नहीं आता हैं

मां तुम ही मेरी जीवन शक्ति हो ।

मां मेरे रक्‍त के कण-कण में हैं बस तेरा ही नाम

तेरे ही चरणों में हैं मेरे तो चारों धाम ।

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

+

New Report

Close