भोर का अभिवादन

भले वक्त में तो सभी ,नित अपनत्व लुटाए ,
बुरे बक्त , परछांई भी , दूर दूर न दिखाए।
जानकी प्रसाद विवश

आदरणीय
प्यारे मित्रो,
सवेरे की मधुर छटा में
आप सभी का हार्दिक अभिवादन सपरिवारसहर्ष स्वीकारें ।
आपका हर पल मंगलकामय
हो।

आपका अपना मित्र
जानकी प्यारा मित्र

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