तेरी नयन मदभरी गजब

? गजल ?


तेरी नयन मदभरी गजब
तेरी अदाएं रसभरी गजब
मुस्कानो की पहचान नई
तेरी सदाएं खरी-खरी गजब
अंगड़ाई मे खिली मोहकता
तेरी जुबां मे प्रीत भरी गजब
चाहत मे ढला ईशक नवल है
तेरी नैनो नजर सरसरी गजब
मेरे प्यार की है तू ख्वाहिश
महबूबा तेरी जादूगरी गजब
श्याम दास महंत
घरघोडा
जिला-रायगढ (छग )

Related Articles

नज़र ..

प्रेम  होता  दिलों  से  है फंसती  नज़र , एक तुम्हारी नज़र , एक हमारी नज़र, जब तुम आई नज़र , जब मैं आया नज़र, फिर…

Responses

+

New Report

Close