जरूरी नहीं
जरूरी नहीं , हम गले ही लगाएँ ।
जरूरी नहीं ,आप मिलने ही आएँ।
अमर प्रेम का ,ऐसा बंधन हमारा,
करें याद हम , हम तुम्हें याद आएँ।
******जानकी प्रसाद विवश**********
प्यारे मित्रो ,
पावन प्रेम से ओतप्रोत,
मधुर सवेरे की रसीली
पावन मंगलमय शुभकामनाएँ ,
सपरिवारसहर्ष स्वीकार करें।
आपका अपना मित्र
जानकी प्रसाद विवश
Waah
Good