इतना जगह दिया तुझे दिल की फुलवारी मे

✍✍इतना जगह दिया तुझे दिल की फुलवारी मे,
तु दो खुदगर्ज निकली तोड़ ली सारी फल और झकोर दी मेरी कोमल सी फुलवारी।✍✍✍
– ज्योति

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