Categories: गीत
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मैं हूँ नीर
मैं हूँ नीर, आज की समस्या गंभीर मैं सुनाने को अपनी मनोवेदना हूँ बहुत अधीर , मैं हूँ नीर जब मैं निकली श्री शिव की…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
घुट-घुट आँसू पीना है..
मुझको तो बस तन्हाई में ही जीना है सिसक-सिसक कर रहना है घुट-घुट आँसू पीना है कोई ना समझा मेरी पीर को तो तुम क्या…
जब हम सहेलियां जब मिलती हैं
कहते है ना! दोस्ती कभी स्पेशल लोगो से नही होती, दोस्ती जिनसे हो जाती है वह लोग ही स्पेशल हो जाते है। जब हम सहेलियां…
अच्छाई नहीं मिलती
झूठों की नगरी है साहब, यहाँ सच्चाई, नहीं मिलती…. बुराई के हैं अनगिनत किस्से, पर अच्छाई, नहीं मिलती…. आधे घंटे मे पहुँच जाता है, लोगों…
Kya khoob likha hai
धन्यवाद आपका
Sundar
Good