पैसे की चाहत,

पैसे की चाहत ने अपनो से दुर किया,
माँ ,पिता, दोस्त ,भाई जैसे पवित्र रिस्ते को छोड़ दिया ,
पैसे की चाहत ने अपनो से दुर किया ,

जेपी सिह

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